Kabir Ke Dohe

kabir ke dohe
Kabir Ke Dohe: Kabir Is A Personality Rather Than A Person. Kabir Who Is Neither A Hindu Nor A Muslim. Kabir Who, Despite Being Worldly, Is Above Caste And Religion. Kabir Ke Sadabahar Dohon Se, Jinhen Sun Kar Jeene Ki Sahi Rah Samjh Aati Hai Aur Har Muskil Asaan Lagti Hai. Kabir Ke Dohe, Kabir Das Ke Dohe, Kabir Ke Dohe In Hindi, Kabir Das Ji Ke Dohe, Kabir Dohe, Sant Kabir Ke Dohe, Dohe Kabir, Dohe Kabir Ke, Hindi Me Kabeer Ke Dohe
क्या भरोसा देह का, बिनस जात छिन मांह ।
साँस-साँस सुमिरन करो और यतन कुछ नांह ॥


इस शरीर का क्या विश्वास है यह तो पल-पल मिटता हीं जा रहा है इसीलिए अपने हर साँस पर हरी का सुमिरन करो और दूसरा कोई उपाय नहीं है ।

Kabir Ke Dohe
Shared 325 Times Today
आया था किस काम को, तू सोया चादर तान ।
सूरत सम्हाल ऐ गाफिल, अपना आप पहचान ॥


कबीरदास जी कहते हैं की ऐ गाफिल ! तू चादर तान कर सो रहा है, अपने होश ठीक कर और अपने आप को पहचान, तू किस काम के लिए आया था और तू कौन है ? स्वयं को पहचान और अच्छे कर्म कर ।

Kabir Ke Dohe
Shared 73 Times Today
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
माया छाया एक सी, बिरला जाने कोय ।
भागता के पीछे लगे, सम्मुख भागे सोय ॥


माया और छाया एक जैसी है इसे कोई-कोई ही जानता है यह भागने वालों के पीछे ही भागती है, और जो सम्मुख खड़ा होकर इसका सामना करता है तो वह स्वयं हीं भाग जाती है ।

Kabir Ke Dohe
Shared 86 Times Today
जहाँ आपा तहाँ आपदा, जहाँ संशय तहाँ रोग ।
कह कबीर यह क्यों मिटे, चारों धीरज रोग ॥


जहाँ मनुष्य में घमंड हो जाता है उस पर आपत्तियाँ आने लगती हैं और जहाँ संदेह होता है वहाँ वहाँ निराशा और चिंता होने लगती है । कबीरदास जी कहते हैं की यह चारों रोग धीरज से हीं मिट सकते हैं ।

Kabir Ke Dohe
Shared 91 Times Today
माँगन मरण समान है, मति माँगो कोई भीख ।
माँगन ते मरना भला, यही सतगुरु की सीख ॥


माँगना मरने के बराबर है इसलिए किसी से भीख मत माँगो । सतगुरु की यही शिक्षा है की माँगने से मर जाना बेहतर है अतः प्रयास यह करना चाहिये की हमे जो भी वस्तु की आवश्यकता हो उसे अपने मेहनत से प्राप्त करें न की किसी से माँगकर ।

Kabir Ke Dohe
Shared 73 Times Today
आए हैं सो जाएंगे, राजा रंक फकीर ।
एक सिंहासन चढ़ि चले, एक बंधे जंजीर ॥


जो आया है वो इस दुनिया से जरूर जाएगा वह चाहे राजा हो, कंगाल हो या फकीर हो सबको इस दुनिया से जाना है लेकिन कोई सिंहासन पर बैठकर जाएगा और कोई जंजीर से बंधकर । अर्थात जो भले काम करेंगें वो तो सम्मान के साथ विदा होंगे और जो बुरा काम करेंगें वो बुराई रूपी जंजीर मे बंधकर जाएंगे ।

Kabir Ke Dohe
Shared 207 Times Today
दुर्लभ मानुष जनम है, देह न बारम्बार ।
तरुवर ज्यों पत्ती झड़े, बहुरि न लागे डार ॥


यह मनुष्य जन्म बड़ी मुश्किल से मिलता है और यह देह बार-बार नहीं मिलती । जिस तरह पेड़ से पत्ता झड़ जाने के बाद फिर वापस कभी डाल मे नहीं लग सकती । अतः इस दुर्लभ मनुष्य जन्म को पहचानिए और अच्छे कर्मों मे लग जाइए ।

Kabir Ke Dohe
Shared 240 Times Today
जो टोकू कांटा बुवे, ताहि बोय तू फूल ।
तोकू फूल के फूल है, बाकू है त्रिशूल ॥


जो तेरे लिए कांटा बोय तू उसके लिए फूल बो । तुझे फूल के फूल मिलेंगे और जो तेरे लिए कांटा बोएगा उसे त्रिशूल के समान तेज चुभने वाले कांटे मिलेंगे । इस दोहे में कबीरदास जी ने या शिक्षा दी है की हे मनुष्य तू सबके लिए भला कर जो तेरे लिए बुरा करेंगें वो स्वयं अपने दुष्कर्मों का फल पाएंगे ।

Kabir Ke Dohe
Shared 236 Times Today
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
नींद निशानी मौत की, उठ कबीरा जाग ।
और रसायन छांड़ि के, नाम रसायन लाग ॥


कबीरदास जी कहते हैं की हे प्राणी ! उठ जाग, नींद मौत की निशानी है । दूसरे रसायनों को छोड़कर तू भगवान के नाम रूपी रसायनों मे मन लगा ।

Kabir Ke Dohe
Shared 85 Times Today
रात गंवाई सोय के, दिन गंवाई खाय ।
हीरा जनम अनमोल था, कौड़ी बदले जाय ॥

रात तो सोकर गंवा दी और दिन खाने-पीने में गंवा दिया । यह हीरे जैसा अनमोल मनुष्य रूपी जन्म को कौड़ियो मे बदल दिया ।

Kabir Ke Dohe
Shared 285 Times Today

Total Files (100) Page 8 of 10

All Category's (177)

A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z ALL
Nasa Quotes (8) Quotes By Neil Armstrong (8) Audience Engagement Quotes (9) Advertising Quotes (8) Quotes By Jennifer Lopez (12) Quotes By Donald Trump (6) Quotes By Simon Sinek (10) Graduation Wishes (19) Happy Raksha Bandhan Wishes (10) Advertising Quotes (8)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

Tag: Kabir Ke Dohe, Kabir Das Ke Dohe, Kabir Ke Dohe In Hindi, Kabir Das Ji Ke Dohe, Kabir Dohe, Sant Kabir Ke Dohe, Dohe Kabir, Dohe Kabir Ke, Dohe Of Kabir, Bhura Jho Dekhan Me Chala Kabeer Ke Dohe, Dikhavati Pan Ke Dohe Kabeer Ke, Hindi Me Kabeer Ke Dohe,
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT